हमने अपने पिछले हिंदी व्याकरण के आर्टिकल में पदबंध के बारे में पढ़ा था। आज के इस आर्टिकल में हम Hindi Grammar का पद परिचय चैप्टर के बारे में पढ़ेंगे।
Pad Parichay Kise Kahate Hain
परिभाषा – किसी ‘वाक्य’ में आए हुए प्रत्येक शब्द का ‘व्याकरण’ की दृष्टि से पूर्ण परिचय देने को ही पद परिचय कहा जाता है।
हम पहले ही पढ़ चुके हैं कि शब्द आठ प्रकार के होते हैं। वाक्य में आया प्रत्येक शब्द इन्हीं में से कोई-न-कोई होता है, शब्द के ‘परिचय’ के लिए निम्नांकित बातें लिखनी चाहिए।
1 . संज्ञा – भेद, लिंग, वचन, कारक, क्रिया या अन्य पदों से संबंध।
2 . सर्वनाम – भेद, पुरुष, लिंग, वचन, कारक, जिस संज्ञा पदों के लिए आया है, उसका नाम।
3 . विशेषण – भेद, लिंग, वचन, विशेष्य।
4 . क्रिया – भेद, काल, लिंग, वचन, वाक्य आदि।
5 . क्रिया-विशेषण – भेद, विशेष्य (क्रिया)।
6 . समुच्चयबोधक – भेद।
7 . विस्मयादिबोधक – भेद।
दिए गए वाक्य का पद परिचय :-
वाक्य – “मैं गत वर्ष उसे यूरोप में मिला था।”
मैं – सर्वनाम, पुरुषवाचक, उत्तमपुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता-कारक, ‘मिला था’ क्रिया का कर्त्ता।
गत – गुणवाचक विशेषण, पुल्लिंग, एकवचन, ‘वर्ष’ का विशेषण।
वर्ष – जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अधिकरण कारक।
उसे – पुरुषवाचक सर्वनाम, अन्यपुरुष, उभयलिंग, एकवचन, अधिकरण-कारक।
मिला था – सकर्मक क्रिया, भूतकाल, पूर्णभुत, पुल्लिंग, एकवचन, इसका कर्म ‘उसे’ है।
इसी प्रकार अन्य वाक्यों का पद परिचय करना चाहिए।
संयोजकों का प्रयोग
वैसे ‘अव्यय’ जो दो या दो से अधिक ‘शब्दों’ और ‘वाक्यांशों’ को जोड़ते हैं, उन्हें संयोजक कहा जाता है।
हिंदी में चार मुख्य ‘संयोजक‘ है – और, एवं, तथा, व।
और – यह संयोजक एक तरह का काम करने वाली संज्ञाओं को जोड़ता है।
जैसे – विपिन और संतोष हाट जाते हैं।, रमन और श्याम पढ़ते हैं। तुम गये और मैं आया, आदि।
एवं – ‘एवं’ के द्वारा समान धर्मवाली संज्ञाओं को जोड़ा जाता है। जैसे ‘वेद एवं पुराण’ का अध्ययन आवश्यक है। ‘सत्य एवं अहिंसा’ का पालन करना चाहिए।
तथा – ‘तथा’ के द्वारा दो या दो से अधिक भिन्न भिन्न संज्ञाओं को जोड़ा जाता है।
जैसे – वे विज्ञान तथा गणित दोनों के विद्वान हैं।, मेरे पास चार किताबें तथा आठ कलमें है, आदि।
व – ‘व’ विपरीत धर्म और गुण वाली संज्ञाओं को जोड़ता है।
जैसे – ‘दिन व रात’ में अंतर है। ‘शिक्षक व छात्र’ एक साथ रहते हैं, आदि।
Final Thoughts –
आप यह हिंदी व्याकरण के भागों को भी पढ़े –
- व्याकरण | भाषा | वर्ण | स्वर वर्ण | व्यंजन वर्ण | शब्द | वाक्य | संधि | स्वर संधि | व्यंजन संधि | विसर्ग संधि | लिंग | वचन | कारक
- संज्ञा | सर्वनाम | विशेषण | क्रिया | काल | वाच्य | अव्यय | उपसर्ग | प्रत्यय | समास | विराम चिन्ह | रस-छंद-अलंकार