व्याख्या किसे कहते हैं। Vyakhya Meaning in Hindi Grammar

आज के इस हिंदी व्याकरण के आर्टिकल में आप व्याख्या (Vyakhya) चैप्टर के बारे में पूरी जानकारी पढ़ सकते हैं।

इस आर्टिकल से पहले हमने HindiDeep.in साइट पर संक्षेपण और आशय लेखन किसे कहते हैं इसके बारे में पढ़ा था।

अगर आपने इसे नहीं पढ़ा तो इसे भी जरूर पढ़िए, अब हम आज का यह (Vyakhya Meaning in Hindi) आर्टिकल शुरू करते हैं।

Vyakhya Kise Kahate Hain in Hindi Grammar

परिभाषा – दी गई पंक्ति या पंक्तियों (गद्य या पद्य) के मूल भावों के विश्लेषण और विवेचन को ‘व्याख्या’ कहा जाता है।

व्याख्या में किसी भाव या विचार का विवेचन या विस्तार किया जाता है।

व्याख्या लिखने के लिए आवश्यक निर्देश :

1 . व्याख्या के लिए सर्वप्रथम प्रसंग-निर्देश आवश्यक है।

2 . जहाँ से वह अंश लिया गया है उसका नाम और उसके लेखक /कवि का नाम भी लिखना चाहिए।

3 . मूल विचार या भाव का यथोचित विवेचन करना चाहिए।

4 . व्यक्त मूल विचारों के गुण-दोषों पर समान रूप से विचार करना चाहिए।

5 . मूल-विचारों के सम्बन्ध में अपना मत भी व्यक्त करना चाहिए।

6 . यदि उस अंश में कोई महत्त्वपूर्ण बात हो, तो उस पर अन्त में टिप्पणी दे देनी चाहिए।


उदाहरण :

1 . ” प्रतिक्रिया जीवन की कसौटी है ।”

व्याख्या — प्रस्तुत पंक्ति ‘प्रतिक्रिया’ शीर्षक पाठ से ली गई है। इस पाठ के लेखक रामचन्द्र शुक्लजी हैं। उपर्युक्त पंक्ति लेखक ने मानव जीवन का परिचय देने के क्रम में लिखी है।

प्रतिक्रियाओं से ही मनुष्य की पहचान होती है। जिस प्रकार कसौटी पर सोने को घिसकर उसके खरा या खोटा होने का ज्ञान प्राप्त किया जाता है, उसी प्रकार मनुष्य की प्रतिक्रिया को देखकर उसके गुण-अवगुणों का पता चल जाता है। अच्छी प्रतिक्रिया उत्पन्न करनेवाले व्यक्ति सद्गुणी हौर बुरी प्रतिक्रिया वाले व्यक्ति दुराचारी माने जाते हैं। इस तरह प्रतिक्रिया से ही मनुष्य की पहचान होती है।

टिप्पणी – ‘कसौटी’ एक काला पत्थर है, जिस पर सोने को घिसकर उसकी जाँच की जाती है।

2 . “तेरी छुरी मेरी तलवार से भी तेज निकली।”

व्याख्या — प्रस्तुत पंक्ति ‘विजय पर्व’ शीर्षक पाठ से ली गई है। इसके लेखक डॉ. रामकुमार वर्मा है। ‘विजय पर्व’ एकांकी नाटक में तैमूर की उपर्युक्त उक्ति बालक बालकरन के प्रति है। तैमूर, बलकरन की वीरता को देखकर प्रभावित हो गया है। वह इस बहादुर बच्चे को मारना नहीं चाहता है। बलकरन छुरी से ही लड़ने को तत्पर हो गया है। तैमूर उसकी वीरता और उत्साह से प्रभावित होकर इसे मित्र बना लेता है। इस तरह बलकरन की छुरी ने तैमूर की को कुण्ठित कर दी है।


अभ्यास :

1 . निम्नांकित पंक्तियों की व्याख्या करें:

(क) “कर्म का फल सदा मीठा होता है।”

(ख) “सदाचार में ही शिक्षा का सार निहित है।”

2. व्याख्या की परिभाषा दें ।

3. व्याख्या लिखने के लिए आवश्यक बातें क्या हैं?


Final Thoughts –

आप यह हिंदी व्याकरण के भागों को भी पढ़े –



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