House Meaning in Hindi – हाउस मीनिंग इन हिंदी

House Meaning in Hindi

Noun

  • घर (रहने का स्थान)

Pronunciation (उच्चारण)

  • House – हाउस

House Meaning & Definition in Hindi

ब्रह्मचर्य के बारे में जानने के लिए बेस्ट ब्लॉग यह हैं।

घर संसार में सबसे अधिक मधुर स्थान है। हम घर पर रहना चाहते हैं। जब हमें घर छोड़ना पड़ता है तब हम दुखी हो जाते हैं। हम संसार के विभिन्न भागों में घूम सकते हैं, लेकिन हम अपने घर को नहीं भूल सकते। जब हम बाहर रहते हैं तब हम यथाशीघ्र घर लौटना चाहते हैं।

जब हम घर लौटते हैं तब हम प्रसन्नता से भर जाते है। घर संसार में सबसे आकर्षक स्थान है। यह वह स्थान है जहाँ मनुष्य का जन्म होता है। यह माता-पिता तथा परिवार का निवासस्थान है। यह वह स्थान है जहाँ मनुष्य सुख और प्रेम का आनंद उठाता है।

गरीब आदमी भी अपने घर से प्रेम करता है। वह अपने सुख-दुःख को अपने परिवार के सदस्यों के साथ भोगता है। परिवार के विभिन्न सदस्य विभिन्न प्रकार के काम करते हैं। वे एक-दूसरे के साथ सहयोग करते हैं। वे एक-दूसरे से प्रेम करते हैं।

घर का आनंद अत्यधिक है। एक कवि ने ठीक ही कहा है कि “हम महलों में और आनंदपूर्ण स्थानों में घूम सकते हैं, लेकिन घर की तरह कोई स्थान नहीं है भले ही वह साधारण हो।” घर से बहुत लाभ हैं। यह बच्चों के लिए सर्वोत्तम पाठशाला है।

वे घर में बोलना और चलना सीखते हैं। वे घर पर अनुशासन सीखते हैं। वे यह जानते हैं कि वे अन्य लोगों के लिए अपने आराम का त्याग कैसे करें। इस प्रकार घर चरित्र-निर्माण के लिए सर्वोत्तम स्थान है। यदि माता-पिता सावधानी रखें तो वे अपने बच्चों को आदर्श नागरिक बना सकते हैं।

घर ऐसा स्थान है जहाँ लोग प्रेम का आदान-प्रदान करते हैं। परिवार के सदस्य एक-दूसरे से प्रेम करते हैं। वे एक-दूसरे की सहायता करते हैं। उनका पारंपरिक सहयोग घर के जीवन को मधुर बना देता है। माता-पिता अपने बच्चों के लिए महान त्याग करते हैं ।

जब बच्चे सयाने होते हैं तब वे अपने माता-पिता की सहायता करते हैं। घर बहुत उपयोगी होता है। यह बूढ़े लोगों को आराम और सुख देता है जिनको आराम और सहायता की जरूरत है। जब वे कमजोर और निस्सहाय हो जाते हैं तब उनके बच्चे उनकी देखभाल करते हैं।

घर बीमार लोगों को राहत देता है। जब मनुष्य बीमार पड़ जाता है तब उसके परिवार के सदस्य दिन-रात उसकी देखभाल करते हैं। उनका प्रेम उसके दुःख-दर्द को कम कर देता है। बीमार बच्चा अपनी माता की प्रेमपूर्ण देखभाल के कारण अपनी पीड़ा को भूल जाता है।

सुखी घर के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि परिवार की आमदनी खर्च के लिए पर्याप्त होनी चाहिए । सुखी घर में बच्चों के लिए आनंददायक वातावरण रहना चाहिए। माता-पिता को स्नेहपूर्ण होना चाहिए। उन्हें जानना चाहिए कि बच्चों का लालन-पालन कैसे किया जाए।

उनको अपने बच्चों से अवश्य प्रेम करना चाहिए. लेकिन उन्हें बर्बाद नहीं करना चाहिए। उनको अपने बच्चों के जीवन को सही दिशा में मोड़ना चाहिए।

उन्हें अपने बच्चों को आदर्श नागरिक अवश्य बनाना चाहिए। घर नागरिकता और सभ्यता विकसित करता है। यदि प्रत्येक व्यक्ति का सुखी घर हो, तो हमारा जीवन आनंददायक होगा।

Final Thoughts –

यह भी पढ़े –

Leave a Comment