Conservation Meaning in Hindi

Conservation Meaning in Hindi

Noun

  • संरक्षण
  • प्राकृतिक वातावरण को बचाना

Pronunciation (उच्चारण) –

  • Conservation – कंज़र्वेशन

Conservation Meaning and Definition in Hindi

संरक्षण का मतलब यह होता है कि विभिन्न तरीकों से परितंत्र के सभी घटकों की मात्रा में संतुलन बनाये रखे, ताकि उनकी कमी न होने पाये। पारितंत्र में जीव तथा अजीव घटकों को सही मात्रा में बनाये रखने के लिए संरक्षण आवश्यक है।

पर्यावरण का संरक्षण : पर्यावरण को दूषित होने से बचाना ही इसका संरक्षण है। इसके लिए प्राकृतिक साधनों का संरक्षण आवश्यक है।

मिट्टी के कटाव रोकने के लिए वनों का संरक्षण आवश्यक है। वनों के काटने से ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड गैसों का अनुपात असंगत हो जायेगा, जिससे वायु प्रदूषित हो जाएगी।

बड़े बड़े कल कारखानों के कचड़े को नदी में गिराने से जलीय जीव प्रभावित होते हैं। अतः इस पर ध्यान देना होगा।

जंगली जीवों से अनेक बहुमूल्य पदार्थ तैयार किये जाते हैं। अतः पर्यावरण के संरक्षण का सही मात्रा में बनाये रखने के लिए मिट्टी, पानी, वायु, जंगली-जीव, जंगलों आदि के संरक्षण आवश्यक है।

1 . जंगलों का संरक्षण (Conservation of Forests) : जंगलों का संरक्षण आवश्यक है। इससे हमें लकड़ी प्राप्त होती है। जिसका जीवन में काफी महत्व है। पेड़ प्रदूषण को रोकने का काम भी करते हैं।

यह वातावरण से कार्बन डायऑक्साइड तथा ऑक्सीजन का इस्तेमाल कर तथा ऑक्सीजन देकर वायुमंडल को संतुलित करने का काम करते हैं।

जंगल हमारे जल संकट को भी दूर करने में सहायक होता है। यह वातावरण में जल चक्र का बहुत बड़ा नियंत्रक होता है। जंगल की कमी होने से बाढ़ या सूखा का बराबर प्रकोप होता रहेगा।

पेड़ के अभाव में मिट्टी का अधिक कटाव होगा जिससे झीलों, नदियों आदि में पानी की क्षमता घटेगी। पेड़ भूमि की उर्वराशक्ति को भी बढ़ाते हैं।

जंगल वन्य प्राणियों के प्राकृतिक आवास होते हैं। इसके लिए केवल आवश्यक कार्यों के लिए इस्तेमाल, नये नये पेड़ लगाना, कृषि कार्य तथा उद्योग हेतु जंगलों की कटाई पर यथासंभव रोक आदि उपाय किये जा सकते हैं इसीलिए जंगलों का संरक्षण आवश्यक है।

2 . वन्य प्राणियों का संरक्षण (Conservation of Wild life) : वन्य प्राणी हमारी बहुमूल्य प्राकृतिक संपदा है। ये हमारे जीवन से विभिन्न तरीकों से संबंधित रहते हैं। अतः हमें इनका भी संरक्षण करना चाहिए।

इसके लिए वन्य पशुओं के प्राकृतिक आवासों का यथासंभव नष्ट नहीं करने चाहिए, उनके शिकार पर प्रतिबंध लगाने चाहिए तथा जन्तुओं के सींग तथा खाल, से बनी वस्तुओं के व्यापार पर यथासंभव रोक लगाने चाहिए।

3 . भूमि-संरक्षण (Soil conservation) : भूमि का संरक्षण भी अत्यावश्यक है जिससे उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े। इसके लिए वृक्षों की कम से कम हानि तथा अधिक वृक्षारोपण आवश्यक है।

पानी की निकासी तथा सिंचाई की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। भूमि की उर्वरा शक्ति को नष्ट नहीं होने देना चाहिए। उसकी उर्वरा शक्ति बनाये रखने के लिए विभिन्न उपाय करने चाहिए।

4 . जल-संरक्षण (Water conservation) : जल संरक्षण के लिए वृक्षों एवं जंगलों का संरक्षण आवश्यक है। साथ ही दलदल आवश्यक है। प्रदूषण से बचाने के लिए कारखानों से निकले हुए प्रदूषक चीजों को इनमें नदी, तालाब नहीं बहाना चाहिए।

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